Site Level Factors in Google 200+ Ranking Factors | Google के 200+ Ranking Factors में Site Level का महत्व

Site Level Factors in Google 200+ Ranking Factors | Site Level का महत्व Google के 200+ Ranking Factors में

नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका मेरे इस Google 200+ Ranking Factors दूसरे ब्लॉग में जिसका नाम है “Site Level Factors in Google 200+ Ranking Factors | Site Level का महत्व Google के 200+ Ranking Factors में” आज उन 9 categories के दूसरे केटेगरी को एक्सप्लेन करने जा रहा हूँ। 

Site Level पर हमारी वेबसाइट की Google रैंकिंग बहुत depend करती है। तो आज का ब्लॉग काफी ही informative होने वाला है तो इस ब्लॉग को अंत तक ज़रूर पढ़ियेगा।  

Site Level factors में कुल 15 फैक्टर्स हैं जो की आज के इस ब्लॉग में पुरे विस्तृत रूप से समझाया जायेगा। 15 site level factors कुछ इस प्रकार हैं – 

  1. Content Provides value and Unique Insights
  2. Contact Us Page
  3. Domain trust/ TrustRank
  4. Site Architecture
  5. Site Updates
  6. Presence of Sitemaps
  7. Site Uptime
  8. Server Location
  9. SSL Certificate
  10. Terms and Privacy Pages
  11. Duplicate Meta Information On-Site
  12. Breadcrumb Navigation
  13. Mobile Optimize
  14. YouTube
  15. Site Usability 

आइये इन सभी Site Level Factors को विस्तार से जानते हैं –

  • Content Provides value and Unique Insights (Site Level Factors)

खबरों की मानें तो गूगल उन Websites को Penalise कर सकती है जो की किसी भी तरह का मूल्यवान ज्ञान नहीं देती है। जैसे की Affiliate Marketing वाली websites. 

जो Website सिर्फ affiliate marketing और PPC के ज़रिये इनकम करती हैं और किसी भी तरह की Information provide नहीं करती हैं उन websites को Google आने वाले updates में Penalise कर सकती हैं। इसके लिए आप यहां Google संसाधन देख सकते हैं।

  • Contact Us Page(Site Level Factors)

वेबसाइटों के लिए Google Quality Documents में कहा गया है कि वे उचित मात्रा में Content Information वाली साइटों को प्राथमिकता देते हैं जो authentic है और वेब पर अन्य प्रोफ़ाइल जैसे GMB, Public Profile से मेल खाती है। हम इसे NAP (नाम, पता और फोन नंबर) भी कहते हैं। इसलिए NAP विवरणों का उल्लेख करने में सावधानी बरतें जो बिल्कुल आपके Google My Business और अन्य लिस्टिंग के समान हैं।

  • Domain Trust/ TrustRank(Site Level Factors)

Googles TrustRank एक बहुत ही महत्वपूर्ण Site Level Factor है जिसकी पुष्टि के लिए आप इस Google patent की जांच कर सकते हैं। दरअसल TrustRank एक एल्गोरिथम है जो उपयोगी वेबपेजों को स्पैम से अलग करने के लिए Link Experiment करता है और SERPs (Search Engine Result Pages) में सर्च इंजन रैंक पेजों की मदद करता है। यह Google और अन्य Search Engine को वेब स्पैम से बचने में मदद करता है और उन्हें यह विश्लेषण करने में मदद करता है कि क्या लिंक और कंटेंट Valid है। 

  • Site Architecture(Site Level Factors)

एक well-defined साइट architecture GoogleBots को आपके सभी साइट pages तक पहुँचने और index करने में मदद करता है। Menu और Site Navigation को ठीक से बना होना चाहिए, ब्लॉग को categorised होना चाहिए, Keyword-Rich Anchor Tags का उचित उपयोग किया जाना चाहिए , Inbound और Outbound links, Sitemaps, Rich Content, Image Optimization यह सब फैक्टर्स well-organised होना चाहिए।

  • Site Updates(Site Level Factors)

हालांकि Google ने इस बात से इनकार किया है कि वे अपने एल्गोरिथम में “Publication Frequency” को मापते हैं। फिर भी, यह कुछ हद तक सच है क्योंकि लोग new content को पढ़ना पसंद करते हैं और यदि आप अपनी पुराने कंटेंट यानी एक या 2 साल पुराने को time to time अपडेट करते हैं तो आप अधिक विज़िटर प्राप्त कर सकते हैं जिससे रैंकिंग में मदद मिलेगी।

  • Presence of Sitemaps(Site Level Factors) 

Google ने स्पष्ट रूप से कहा है कि XML Sitemaps की उपस्थिति से Search Engines Bots के लिए आपकी वेबसाइट को index  करने में आसानी होती है। साथ ही, Google को यह स्पष्ट किया गया है कि HTML Sitemap SEO के लिए उपयोगी नहीं हैं।

  • Site Uptime(Site Level Factors)

बहुत सारे downtime, Server Maintaining, या साइट के issues रैंकिंग को बहुत नुकसान पहुंचा सकते हैं और यहां तक कि आपके pages के deindexing में भी परिणाम कर सकते हैं। इस बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए आप इस article को देख सकते हैं जो मुझे उपयोगी लगा। उस समय यदि कोई visitor google search results से आपकी वेबसाइट पर पहुंचने की कोशिश करता है और आपकी वेबसाइट downtime की वजह से काम नहीं कर रही है उस स्तिथि में विज़िटर दूसरी search listing यानी आपके competitor की website पर चला जाएगा और GoogleBots को एक बुरा संकेत भी देगा इससे आपकी वेबसाइट की रैंकिंग पकं हो जाएगी और लगातार ऐसा होने पर आपकी वेबसाइट deindex हो जाएगी।

  • Server Location(Site Level Factors)

Server location से आपकी site की रैंकिंग प्रभावित होती है। इसका कारण काफी सरल है, अगर आपका सर्वर अपने ही country में है तो आपको बेहतर डेटा ट्रांसफर स्पीड मिलती है जो आपको अपनी वेबसाइट को तेजी से लोड करने में मदद करेगी, एक प्रैक्टिकल कारण यह है कि जब आप भारत में दर्शकों के साथ अपनी वेबसाइट के लिए US में स्थित सर्वर का उपयोग करतें हैं और maintainance downtime में लिया जाता है जो US के रात यानि भारत में दिन के समय होगा जिससे आपके visiters को site दिखेगी। यह आपकी रैंकिंग को प्रभावित कर सकता है।

इसके अलावा अगर आपको कोई समस्या आती है तो आप support प्राप्त करने में सक्षम नहीं होंगे क्योंकि support team के country में नाईट और India में day हो रहा होगा। इसलिए यदि आप अपने देश में ठीक से काम करना चाहते हैं तो अपने देश के निकटतम सर्वर स्थान को चुनना बेहतर होता है।

  • SSL Certificate(Site Level Factors)

Google ने confirm किया है कि HTTPS को रैंकिंग सिग्नल के रूप में उपयोग करता है। सुरक्षा Google के लिए top priority ही रही है। आप इस Google resource को SSL पर देख सकते हैं।

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  • Terms and Privacy Pages(Site Level Factors)

ये दो पृष्ठ Google को यह बताने में सहायता करते हैं कि आपकी साइट इंटरनेट का एक भरोसेमंद सदस्य है। वे आपकी साइट के E-A-T को बेहतर बनाने में भी मदद कर सकते हैं। E.A.T रेटिंग यानी (Expertise, Authority और Trustworthiness)। आपकी साइट की Google E-A-T रेटिंग को और बेहतर बनाने के लिए आप इस article को देख सकते हैं।

  • Duplicate Meta Information On-Site(Site Level Factors)

आपकी साइट पर Duplicate Meta Information आपके सभी pages की visibility को कम कर सकती है। यहां Google एक वेबसाइट के लिए एक मेटा टैग को एक बार उठाएगा, इसलिए समान Meta-Tag वाला पहला पेज उठाया जाएगा और अन्य नहीं।

  • Breadcrumb Navigation(Site Level Factors)

यह user-friendly architecture है जो Visitors और Crawler को यह समझने में मदद करती है कि वे साइट पर कहां हैं। साथ ही, visitors के लिए अपने इच्छित sections पर जाने का एक आसान तरीका है। Google बताता है कि: “Google search results में पेज से जानकारी को categorized करने के लिए वेब पेज के मुख्य भाग में breadcrumb markup का उपयोग करता है।” 

  • Mobile Optimize(Site Level Factors)

85 से 90% लोग मोबाइल फोन का उपयोग करके वेबसाइटों पर जाते हैं, इसलिए यदि आपकी वेबसाइट मोबाइल optimized नहीं है, तो आप ट्रैफ़िक खो देंगे। वास्तव में, Google अब उन वेबसाइटों को penalized करता है जो मोबाइल के optimized नहीं हैं।

  • YouTube(Site Level Factors)

YouTube वीडियो को SERPs में preference दी जाती है क्योंकि Google उनका मालिक है। इसलिए आपकी वेबसाइट पर YouTube वीडियो लिंक होने से आपको वीडियो के कारण अपने वेबपेज या ब्लॉग को इसके दिए गए preferential treatment के रूप में रैंक करने में मदद मिलती है। साथ ही, विज़िटर आपके site पर अधिक समय व्यतीत करेंगे और इस प्रकार आपकी website के average watch time में वृद्धि होगी।

  • Site Usability(Site Level Factors) 

यदि किसी साइट लिंक्स clickable नहीं हैं या लिंक्स ठीक से दिख नहीं रहे हैं तो visitor आपकी साइट को छोड़ कर दूसरी websites पर जायेगा और इससे आपके website का bounce rate बढ़ेगा। 

ज़रूर पढ़ें 

निष्कर्ष 

तो दोस्तों ये थे 15 Site Level Factors जो की आपकी वेबसाइट की रैंकिंग पर प्रभाव दाल सकते हैं। आशा करता हु दोस्तों आपको मेरा यह ब्लॉग “Site Level Factors in Google 200+ Ranking Factors | Google के 200+ Ranking Factors में Site Level का महत्व” से ज़रूर कुछ ज्ञान प्राप्त हुआ होगा। अगर आपका किसी भी तरह का सवाल या सुझाव हो तो ज़रूर नीचे दिए कमेंट सेक्शन में लिख कर ज़रूर बताइयेगा।

FAQs on Site-Level Factors

Mobile optimization का क्या महत्व है?

1- SEO Ranking 

2- Credibility and Reputation

3- Customer Satisfaction

मैं मेटा description कैसे ठीक करूं?

1- इसे 155 characters तक रखें।

2- Active Voice का प्रयोग करें और इसे actionable बनाएं।

3- कॉल टू एक्शन(CTA) शामिल करें।

4- अपने Focus Keyword का प्रयोग करें।

5- जहां संभव हो, Specification दिखाएं।

6- सुनिश्चित करें कि Page के कंटेंट से मेल खाता है।

7- इसे अपनी website पर Unique बनाएं।

आपको नियम और शर्तों की आवश्यकता क्यों है?

1- Preventing Abuses.

2- Own Your Content

3- Terminate Accounts

4- Limit Liability

5- Set The Governing Law

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Priti is a mompreneur, blogger and digital marketer. She is a co-founder of InfoTalks. Passionate about internet marketing and love to share the same in the form of blogs.

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