Domain-Level Factors in Google 200+ Ranking Factors | Google के 200+ Ranking Factors में domain Level का महत्व
नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका मेरे इस ब्लॉग में जिसका नाम है “Domain-Level Factors in Google 200+ Ranking Factors | Google के 200+ Ranking Factors में domain Level का महत्व” आज मैंने आपको अपने उन 9 categories में से पहली category को पुरे विस्तार रूप से बताने जा रहा हूँ। आज मैं आपको Domain-Level से रिलेटेड जितने भी Factors है वो सारे ही discuss करूँगा।
Domain Level Factors पर भी हमारी google ranking depend करती है। तो आज का ब्लॉग काफी ही informative होने वाला है तो इस ब्लॉग को अंत तक ज़रूर पढ़ियेगा।
Domain Level Factors में कुल 10 फैक्टर्स आते हैं जो की कुछ इस प्रकार है –
- Domain Age
- Keyword Appears in Top Level Domain
- Keyword as First Word in Domain
- Domain Registration Length
- Keyword in Subdomain
- Domain History
- Exact Match Domain
- Public Vs Private WhoIs
- Penalize WhoIs Owner
- Country TLD Extensions
आइये इन सभी Domain Level Factors को विस्तार से जानते हैं
1 – Domain Age(Domain Level Factors)
जी हाँ दोस्तों, डोमेन की age एक काफी बड़ा फैक्टर होता है। आपके वेबसाइट कितनी पुरानी है उससे भी google के ranking में फ़र्क़ पड़ता है। Content की Quality और Search Results में इसकी उपस्थिति डोमेन आयु को बढ़ा सकती है। (SEO के लिए डोमेन की उम्र तब नहीं है जब डोमेन को पहली बार लाया गया था, लेकिन जब इसे पहली बार सर्च इंजन क्रॉलर द्वारा क्रॉल किया गया)।
पहले कुछ महीनों के लिए साइटों को devalued किया जाता है जब Google को इसका पता चलता है, इसलिए पहले वर्ष के लिए प्रतिस्पर्धी कीवर्ड में एक नए डोमेन को रैंक करना चुनौतीपूर्ण होता है।
2 – Keyword Appears in Top Level Domain(Domain Level Factors)
Domain में Keyword होना बहुत उपयोगी साबित होता था और जो पहले domain को एक thrust देता था जो वर्तमान में नहीं है फिर भी यह एक relevant Signal के रूप में कार्य करता है। इस तरह के डोमेन ने CTR (Click Through Rate) और तुलनात्मक रूप से उच्च रैंकिंग में वृद्धि की है।
3 – Keyword as First Word in Domain(Domain Level Factors)
एक डोमेन जो उनके targeted keyword से शुरू होता है, उन साइटों पर भी काफी फायदा मिलता है। इससे आपकी वेबसाइट गूगल पर ट्रस्ट जल्दी buildup कर सकते हैं।
जिनके पास उनके डोमेन में वह कीवर्ड नहीं है वह भी गूगल पर ट्रस्ट buildup कर सकते हैं लेकिन आपको काफी समय देना पड़ सकता है।
आपके पास उनके डोमेन के मध्य या अंत में कीवर्ड भी हो सकता है।
4 – Domain Registration Length(Domain Level Factors)
एक वर्ष या एक वर्ष से अधिक के लिए किए गए Domain Registration से फर्क पड़ता है क्योंकि सामान्य रूप से वैध डोमेन का भुगतान कई वर्षों के लिए किया जाता है जबकि डोरवे या अवैध डोमेन का उपयोग केवल एक वर्ष के लिए किया जाता है।
तो जिस तारीख को डोमेन भविष्य में समाप्त होता है उसका उपयोग डोमेन की वैधता की भविष्यवाणी करने के लिए किया जा सकता है।
5 – Keyword in Subdomain(Domain Level Factors)
Subdomain पर दिखने वाले कीवर्ड रैंकिंग को बढ़ा सकते हैं। इसका कारण सरल है क्योंकि जब हम एक डोमेन खरीदते हैं तो यह आवश्यक नहीं है कि हमें डोमेन में कीवर्ड मिलते हैं लेकिन निश्चित रूप से हम एक कीवर्ड का उपयोग करके एक Subdomain बना सकते हैं जो डोमेन का हिस्सा बन जाता है।
दूसरा, जब हम एक Subdomain का उपयोग करते हैं और वेबसाइट की विभिन्न कंटेंट को अनुभागों में विभाजित करते हैं तो Crawler के लिए इसे समझना आसान हो जाता है और इसलिए यह रैंकिंग को बढ़ने में मदद करता है।
6 – Domain History(Domain Level Factors)
यदि डोमेन का इतिहास है यानी उस पर पहले से चलने वाली वेबसाइट थी तो उसके पास Google में लिंक और लिस्टिंग होगी जिससे रैंक करना आसान हो जाता है। लेकिन यहां अगर इतिहास नकारात्मक है और High Spam Score दर है तो इसका उलट भी हो सकता है (इसलिए पुराना डोमेन खरीदने से पहले Spam Score और पुराने कंटेंट की जांच करें)
7 – Exact Match Domain(Domain Level Factors)
Exact Match Domain वह है जो बिल्कुल वही कीवर्ड है जिसे Search Engine पर users द्वारा सर्च किया जा रहा है जैसे की “Best college in lucknow“ और exact match domain जैसे की “Bestcollegeinlucknow.com” इस तरह के डोमेन से आपको काफी फायदा हो सकता है क्यूंकि यह keyword लोगो द्वारा पहले से ही सर्च किया जा रहा है। और आपकी वेबसाइट जल्दी रैंक कर सकती है।
यदि आपके पास ऐसे डोमेन पर Low Quality वाला content है तो आपको चिंता करने की आवश्यकता है क्योंकि Google आपको penalize कर सकता है लेकिन यदि आपके पास high Quality वाला legitimate content है तो आपको चिंता करने की आवश्यकता नहीं है।
8 – Public Vs Private WhoIs(Domain Level Factors)
काफी users privacy setting enable कर लेते हैं जिसका मतलब होता है की उनकी वेबसाइट WhoIs के सर्च में नहीं शो होगी न ही उसके वेबसाइट की कोई भी जानकारी शो होगी। यह चीज़ Google के लिए आपकी वेबसाइट को less trustworthy बनाता है। WhoIs से आप किसी भी वेबसाइट की जानकारी ले सकते हैं जैसे की उस डोमेन का कब रजिस्ट्रेशन हुआ या वह कितना पुराना डोमेन है। Public एंड Private WhoIs का सिर्फ एहि अर्थ है।
ध्यान रहे WhoIs पर दी हुई NAP डिटेल्स एंड आपकी वेबसाइट पर दी हुई information एक ही होनी चाहिए !
9 – Penalize WhoIs Owner(Domain Level Factors)
यदि किसी वेबसाइट पर जुर्माना लगाया जाता है और वही WhoIs की जानकारी अन्य डोमेन पर है यानी उसका एक ही मालिक है तो प्रभाव अन्य डोमेन पर भी हो सकता है।
10 – Country TLD Extensions(Domain Level Factors)
अपने देश के आधार पर अपनी वेबसाइट का extension लेना जैसे India के लिए .in और USA के लिए .us लेना ज़्यादा ठीक नहीं होता है। .in और .us अपने देश में तो रैंक हो जायेंगे लेकिन globally रैंक होने में काफी कठिनाई आ सकती है। इसलिए अपने डोमेन के extensions का चुनाव सोच कर करें।
आप हमारे वीडियो के सहायता से भी यह 10 Domain Level Factors समझ सकते हैं –
निष्कर्ष
दोस्तों मुझे लगता है आज के इस केटेगरी जिसका नाम है Domain-Level Factors में सारे फैक्टर्स काफी अच्छे से समझ आगये होंगे।
तो आशा है की आपको मेरा यह 200+ Google ranking factors का पहला ब्लॉग काफी पसंद आया होगा। अगर आपका किसी भी तरह का सवाल या सुझाव है तो नीचे दिए कमेंट सेक्शन में लिख कर जरूर बताये।
ज़रूर पढ़ें –
How to Rank your Website on Google Search Results? | क्या है 200+ Google Ranking Factors In Hindi?
FAQs on Domain Level Factors
क्या आपका Domain Name आपके SEO को प्रभावित करता है?
Domain Name, SEO पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकते हैं। संक्षिप्त और क्लिक-योग्य डोमेन नाम बनाने के लिए relevant और ब्रांडेड शब्दों के मिश्रण का उपयोग करने से Search Engine में आपकी रैंकिंग की संभावना काफी बढ़ जाएगी।
SEO के लिए कौन सा डोमेन नाम सबसे अच्छा है?
अपने डोमेन नाम को Memorable बनाएं।
Broad कीवर्ड का प्रयोग करें।
यदि संभव हो तो हाइफ़न से बचें।
गैर-.com (TLD) से बचें
Sub-domain से ज़्यादा Sub-folder/directories का पक्ष लें।
Google SEO में क्या देखता है?
Page Speed को वर्षों से प्रमुख SEO रैंकिंग कारकों में से एक के रूप में उद्धृत किया गया है। Google वेब के users के अनुभव को बेहतर बनाना चाहता है, और तेजी से लोड होने वाले वेब पेज ऐसा करेंगे। Google ने जुलाई 2018 से साइटों को प्रभावित करने वाले Mobile Page Speed पर केंद्रित एक Search Engine Algo अपडेट की घोषणा की थी।